ज्योतिष वास्तु महासम्मेलन में विद्वान वक्ताओं ने रखे विचार

17 वां अंतराष्टीय ज्योतिष वास्तु दो दिवसीय महासम्मेलन 
विक्रम संवत को राष्द्रीय मान्यता एवं तिथि की भ्रांतियों पर व्याख्यान

इंदौर/10 Feb.2024 मध्यप्रदेश के महानगर इंदौर में देश भर से आये ज्योतिष एवं वास्तु विशेषज्ञों ने एकत्रित होकर जहां चिंतन मनन किया तो वहीं विक्रम संवत को राष्द्रीय मान्यता एवं तिथि की भ्रांतियों पर विद्वान वक्ताओं ने तर्क एवं प्रमाण के साथ व्याख्यान दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय परंपराओं एवं सनातनधर्म की मान्यताओं के अनुसार दीप प्रज्जवलन के साथ प्रेमानंद महाराज राजनंदमहाराज ,योगेंद्र महंत , दिलीप राजपाल , रामचंद्र शर्मा वैदिक , आचार्य पं. नारायण वैष्णव इंदौर, वास्तुविद गोरव कुमार गुप्ता इंदोर, विनोद शास्त्री मुंबई , मोलेशभाई, पंकज शर्मा विनायक पूजन विनोद शास्त्री इंदौर एवं मंगलाचरण के रूप में शिव तांडव सुश्री योगेश्वरी मुंबई,पं.कृपाराम उपाध्याय ने किया। ज्योतिष वास्तु तंत्र हस्तरेखा रेकीहीलिंग के लगभग 350 विद्वानों पूजनार्चन में सहभागिता की। विदित हो कि मध्य प्रदेश के इंदौर महानगर में 17वां अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष वास्तु महासम्मेलन का आयोजन गांधी हॉल एमजी रोड में किया गया था। अखिल भारतीय ज्योतिष वास्तु एसोसिएशन के द्वारा आयोजित उक्त दो दिवसीय सम्मेलन में आलोक ज्योतिष वास्तु विद्या शोध केंद्र एवं श्री अवंतिका वैदिक कर्मकांड एवं ज्योतिष अनुसंधान केंद्र श्री केवल रामधाम संस्था सहयोगी के रूप में रही। दो दिवसीय आयोजन का मुख्य विषय विक्रम संवत को राष्ट्रीय मान्यता एवं तिथि की भ्रांतियों विषय पर वक्ताओं ने प्रेरणादाई उद्बोधन दिए। ज्योतिष और शास्त्रीय प्रमाणों के अनुसार वक्ताओं ने प्रमाणित तरीके से उक्त विषय पर अपनी बात रखी।आयोजकों ने आयोजन के प्रयोजन के संबध में विचार व्यक्त करते हुये शब्दों के माध्यम से स्वागत किया तो वहीं अतिथियों की मानवंदना पुष्पहार,अंगवस्त्र,श्रीफल एवं स्मृति चिंह प्रदान कर किया गया।

प्रेरणादायी उद्बोधन-

मनोहरश्याम शर्मा पाटन वाले गुरुजी के स्मृति में अखिल भारतीय ज्योतिष वास्तु संगठन द्वारा गांधी हाल में आयोजित दो दिवसीय ज्योतिष वास्तु महासम्मेलन के अवसर पर 22 भाषा के ज्ञाता मुंबई निवासी भारतरत्न विनोद शास्त्री ने अपने विचार व्यक्त किये , प्रारंभ में महाराष्ट्र निवासी सुश्री योगेश्वरी देवी ने मंगलाचरण के रूप में नर्मदाअष्टक एवं दिल्ली पुलिस ऑफिसर श्रीमती नेहा इलाहाबादी ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की संत गोपाल कृष्ण जी महाराज , अमृतानंदजी महाराज , श्यामानंदजी महाराज , युवराज राजोरिया , गीताबेन ,  सर्वेश्वर शर्मा विक्रम वि वि उज्जैन , देवेंद्र कुशवाहा , शिव मेहता , चंद्रभूषण व्यास , विजय शास्त्री , सुशील सांखला , प्रमिला गुप्ता आदि ने सदन को विभिन्न विधाओं पर उद्बोधित किया।

 विशेष उपस्थिति-


इस अवसर पर जैन प्राच्यविद्या अनुसंधान संगठन के नीलू जैन , प्रतिभा राउत , भावना खेमनानी , रेणुका शाह ,मनीषा चेलावत ,  प्रीती पाडलिया , सुशील जैन ने एवं केवलराम संस्था के संजय शर्मा , आचार्य जितेंद्रनाथ , विनोद शास्त्री ने आयोजक पंकज शर्मा को अभिनंदन पत्र भेंट कर सम्मान किया , विद्वानों द्वारा शहर के आमजन को निशुल्क परामर्श दिया , समापन अवसर पर उपस्थित समस्त विद्वानों को सम्मानपत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर  आचार्य पं. नारायण वैष्णव, वास्तुविद गोरव कुमार गुप्ता, गोरव अग्रवाल, पं.रजतदास वैष्णव, पं.ध्रुव वैष्णव उमाकांत शर्मा आदि सहित विभिन्न विद्वानों को सम्मानित किया गया, अतिथियों का स्वागत आनंद परमार , गौरव अग्रवाल , उमाशंकर शर्मा , रेणुका पांचाल ने किया , कार्यक्रम का संचालन पंडित नीरज शर्मा एवं एम.के.जैन ने किया एवं आभार लक्ष्मीचंद्र चौधरी ने माना।


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